Saturday, April 20, 2013

मेरी व्यथा बिटिया के लिए


मन बहुत उदास है, बिटिया तेरे लिए
कुछ कर नहीं पाई मैं, बिटिया तेरे लिए|

वैसे तो हम दोनों, जन्मी हैं भारत में
जहाँ नारी को देवी मान पूजा जाता है|
देवी पूजन के दिन ही यह क्या हो गया
सर शर्म से भारी हुआ झुका जाता है|

सुरक्षा नहीं बना पाई, बिटिया तेरे लिए
मन बहुत उदास है बिटिया तेरे लिए|

-उषा तनेजा